Tuesday, May 28, 2019

क्यूँ मुझे बार - बार दिखता है


अभी हो रही हैं इशारों से बातें


दूर जाने की बात मत करना


नहीं कोई भी है मालिक


अब वो आते नही हैं नज़र...ग़ज़ल


क्षणिकाएँ


मन मधुकर (भजन संग्रह) सुनीता काम्बोज

















कलियों से भँवरों का आकर्षण दो दिन का


हाइगा


अतुकांत रचना


अतुकांत कविता


हाइगा


भजन



(मन मधुकर भजन संग्रह से )


माँ सरस्वती स्तुति


थके पंछी