Sunday, September 17, 2017

किनारे बोलते हैं(ग़ज़ल संग्रह)

शेर

मेरी राहों से ख़ार चुनते जो
याद मुझको वो नाम सारे हैं

किनारे बोलते हैं(ग़ज़ल संग्रह)

प्रकाशन- अयन प्रकाशन,
1/20, महरौलीनई दिल्ली- 110 030

ayanprakashan@rediffmail.com
मोबाइल- 09818988613

https://youtu.be/HCg7QrJ-CIU                                                                                    



माँ वीणावाली की करुणा और आप सब मित्रों के असीम स्नेह से मेरा ग़ज़ल संग्रह "किनारे बोलते हैं" 3 सितम्बर 2017 को
प्रकाशित हुआ । इसके लिए मैं उन सब सम्माननीय जनों की आभारी रहूँगी जिनके निर्मल आशीष से यह पूर्ण हुआ और पुस्तक का आकार ले पाया । सभी को सादर वन्दन ।


सुनीता काम्बोज

थके पंछी