Thursday, April 13, 2017

ग़ज़ल


3 comments:

  1. बहुत प्यारी हैं 'बेटियाँ'

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    1. सादर आभार प्रिय सखी

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    2. आपका स्नेह ऐसे ही बना रहे ।

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थके पंछी