Wednesday, December 13, 2017

झूल रही है डाली-डाली

(चित्र गूगल से साभार )
बालगीत 

झूल रही है डाली-डाली
इक छोटी चिड़िया मतवाली

आम लगी वो खाने जैसे
पेड़ कहे -पहले दो पैसे

चिड़िया बोली- ऐसे कैसे
क्या करने हैं पैसे-वैसे

घर चिड़िया जब लगी बनाने
पेड़ कहे -पहले दो दाने

क्या करने हैं दाने-वाने
आई तुमको  गीत सुनाने


पेड़ कहे सुन पंखों वाली
छोड़ न जाना मेरी डाली


           सुनीता काम्बोज 

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