Wednesday, December 13, 2017

साइकिल

(चित्र - गूगल से )
बालगीत

साइकिल मेरी छोटी-सी है
दिखती बड़ी कमाल
सीधी-सीधी चलती लेकिन
कभी बदलती चाल

पहिये इसके काले हैं ये
नीली है कुछ लाल
धोकर इसको मैं चमकाता
रखूँ सदा सँभाल

दादा जी ये जन्मदिवस पर
लाए थे उपहार
इसमें मुझको दिखता अपने
दादा जी का प्यार


सुनीता काम्बोज 

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