सबको तुमसे उम्मीदें, तुम आने वाला कल हो
तुम अपनी भावी पीढ़ी, तुम इस भारत का बल हो
रुकना मत कभी हार कर, बस आगे बढ़ते जाना
तुम बन उजियारा जाना, इस तम को दूर भगाना
बस एक दुआ तुम सबका, हर इस प्रयास सफल हो
हम गर्व करेंगे तुम, तुम आगे बढ़ते जाना
तुम पर है जिम्मेदारी, भटकों को पथ पर लाना
ना घेरे तुम्हें उदासी, खुशियों वाला हर पल हो
पहचान बनाना अपनी, तुम भीड़ में खो मत जाना
मेहनत से बुनते जाना, जीवन का ताना -बाना
मजबूत इरादा रखना, पर्वत की तरह अचल हो
सुनीता काम्बोज©
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