Thursday, August 19, 2021

राम मंदिर बन रहा है

राम मंदिर बन रहा है, खूब सुंदर बन रहा
जिसने सबके घर बनाए, उनका भी घर बन रहा है

सज रही नगरी अयोध्या, गान मंगल हो रहे है
बज रही शहनाई मधुरम, फूल बादल बो रहे है
जिस धरा जन्मे विधाता, उस धरा ओर बन रहा है

संग सीता के विराजेगें, यहाँ पर राम प्यारे
चरणों देखे हैं उनके, हमने तीर्थ धाम सारे
बून्द का उसकी दया से, अब समंदर बन रहा है

आक कलियुग में लगे ज्यों,रामराज्य आ रहा है
छू रहा नीले गगन को,धरम ध्वज लहरा रहा है
प्यास जन जन की बुझेगी, मुक्ति का दर बन रहा है

आ गए प्यारे गजानन, आ गए लक्ष्मीपति जी
विश्वकर्मा आ गए हैं या गए शंकर सती भी
झूमते बजरंग बाला  ये शुभावसर बन रहा है

राम जी सृष्टि के पालक, राम घट-घट में समाए
देखने मन्दिर की शोभा, आज तीनों लोक आए
फूल भक्ति के खिलेंगे, वो सरोवर बन रहा है

सुनीता काम्बोज©
                         चित्र- गूगल से साभार


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