प्रार्थना
है ईश हमे विद्या वर दो
अम्बर में उड़ने को पर दो
हो निराकार साकार तुम्हीं
जग को देते आकार तुम्हीं
जीवन में पावनता भर दो
हे--
जीवन में मुश्किल मोड़ बड़े
दो अभयदान कर जोड़ खड़े
है करुनाकर करुणा कर दो
हे--
विद्या की लगन जगा देना
ये ज्ञान सुधा बिखरा देना
मन तेज भरा तन सुंदर दो
सुनीता काम्बोज©
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